न्याय चौपाल की समन्वय बैठक आयोजित
न्याय चौपाल की समन्वय बैठक 22 जुलाई, 2023 को मानव रचना यूनिवर्सिटी कैम्पस, फरीदाबाद में आयोजित हुई। इस अवसर पर न्याय चौपाल के कार्यकारी अध्यक्ष एवं सिक्किम उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस श्री प्रमोद कोहली, न्याय चौपाल के महासचिव श्री गोविन्द गोयल, श्री गंगाशंकर मिश्र एवं श्री एनसी वाधवा ने ‘न्याय विशेषांक 2022—2023’ का लोकार्पण किया।
हाइब्रिड मोड में आयोजित इस बैठक में जहां प्रत्यक्ष रूप से 27 प्रतिनिधि उपस्थित रहे, वहीं न्याय चौपाल की विभिन्न इकाइयों के 32 कार्यकर्ता ऑनलाइन (गूगलमीट) माध्यम से जुड़े।
इस बैठक में श्री सुरेन्द्र जांगड़, श्री संजय, श्री जयदेव पराशर, श्री राजकुमार तंवर, श्री मनीष राघव, श्री मोहन सम्प्रास, श्री रामलाल बोरार, श्री राम किशन केशवानिया, डॉ मुक्ता गुप्ता, श्री नीलम चौधरी, श्रीमती रंजना शर्मा, श्रीमती चित्रा शर्मा, श्री भूपेन्द्र मल्होत्रा, श्री वीरेन्द्र सिंह डागर, श्री शिवेन्द्र सिंह, श्री संदीप मित्तल, श्री गोपाल दत्त शर्मा, श्री सुरेन्द्र शर्मा, श्री सुखवीर मलेरना, श्री मनोज कुमार गुप्ता, श्री आशुतोष गर्ग, श्री सतीश शर्मा, श्री प्रदीप शर्मा, श्री विमल खंडेलवाल, श्री जेबी शर्मा, श्री एसएन शर्मा, श्री मोहिन्दर कुमार आईएएस एवं श्री संजीव सिन्हा सहित अनेक प्रतिनिधि जहां प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित रहे, वहीं गूगलमीट के माध्यम से श्री प्रमेश शर्मा, श्रीमती रंजीता नरेलिया, श्री रामऔतार तायल, श्रीमती बबीता शर्मा, श्री सतिन्दर सिंह महेश, श्री जयेश सिंह राठौर, श्री जेएल द्विवेदी, श्री मुनीश्वर लाल कथुरिया, श्री जयप्रकाश, श्री कुंदन, श्री सुखचैन वालिया, श्री राजकुमार, श्री अनूप तिवारी, श्री जयेश सिंह, श्री प्रदीप अग्रवाल, श्रीमती प्रतिभा शर्मा, श्री आरके शर्मा, श्री राघवेन्द्र, श्री राजेन्द्र कुमार, श्री संतोष, श्री सुनील सिंहल, श्री उमेश शर्मा, श्री सुनील शीतल सहित अनेक कार्यकर्ता जुड़े।
बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए श्री गंगाशंकर मिश्र ने कहा कि आज न्याय चौपाल की महत्वपूर्ण बैठक हो रही है। हमें विवाद-समाधान को लेकर अनेक पक्षों पर विचार करना है। हम व्यापक विचार-विमर्श के साथ,और अधिक सक्रियता के साथ आयाम खोलना चाहते हैं।
न्याय चौपाल के महासचिव श्री गोविन्द गोयल ने न्याय विशेषांक पर प्रकाश डालते हुए कहा कि न्याय चौपाल के द्वारा अभी तक 150-200 विवादों का समाधान किया गया है। इन्हीं में से गत एक वर्ष में 71 विवादों के समाधान हुए हैं। हम सब जानते हैं कि न्यायालय में विवाद को ले जाने के बाद उसके समाधान को लेकर अनेक साल लग जाते हैं। न्याय चौपाल ने सामाजिक स्तर पर सब तरह के विवाद-समाधान किए हैं। इसके साथ ही गत एक वर्ष में 32 संगठनात्मक बैठकें हुई हैं। इन सबको संकलित करके न्याय विशेषांक 2022-2023 का प्रकाशन किया गया है। श्री गोयल ने कहा कि हमें इस पर विचार करना है कि हम तक विवाद कैसे आएं, कहां से आएं।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए न्याय चौपाल के कार्यकारी अध्यक्ष एवं सिक्किम उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस श्री प्रमोद कोहली ने कहा कि समाज ने हमें बहुत कुछ दिया, अब हमारा कर्तव्य है कि समाज को भी वापस किया जाए। उन्होंने कहा कि न्याय चौपाल के पास सभी तरह के विवाद आए हैं, लेकिन उनमें वैवाहिक विवाद अधिक है। समाज का गठन परिवार से होता है। इसलिए अभी हमें वैवाहिक विवाद के समाधान को प्राथमिकता देनी चाहिए। समाज में अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। लोग शादी नहीं करना चाहते। शादी करते हैं तो बच्चे पैदा करना नहीं चाहते। अहंकार बढ़ रहा है। पैसे का प्रभाव बढ़ रहा है। असहिष्णुता बढ़ रही है। हमें लोगों की बात ध्यान से सुननी चाहिए। उन्होंने कहा कि जितना सामाजिक कार्यकर्ता कंट्रीब्यूट कर सकता है उतना जज नहीं कर सकता।
बैठक का संचालन श्री राजकुमार अग्रवाल ने तथा धन्यवाद ज्ञापन श्री संदीप मित्तल ने किया।